पीएम श्री विद्यालय (प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) देश भर में 14,500 से अधिक स्कूलों को उत्कृष्टता के मॉडल स्कूलों में उन्नत और विकसित करने के लिए भारत में शुरू की गई एक केंद्र सरकार की पहल है। ये स्कूल उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने और अन्य सार्वजनिक स्कूलों के लिए रोल मॉडल के रूप में काम करने के लिए हैं। यह पहल 2022 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप मौजूदा शैक्षिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है।
पीएम श्री विद्यालयों की मुख्य विशेषताएं:
- समग्र शिक्षण वातावरण: ये स्कूल एनईपी 2020 के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए शिक्षा के लिए समग्र, एकीकृत और छात्र-केंद्रित दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
- पाठ्यक्रम और शिक्षाशास्त्र: नवीन शिक्षण विधियों, अनुभवात्मक शिक्षा, आलोचनात्मक सोच और 21वीं सदी के लिए आवश्यक कौशल के विकास पर जोर दिया जाएगा।
- डिजिटल और इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड: स्कूल आधुनिक शैक्षिक तकनीक से लैस होंगे, जिसमें स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लैब और उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण संसाधन शामिल होंगे।
- समावेशी शिक्षा: यह पहल यह सुनिश्चित करेगी कि वंचित पृष्ठभूमि के बच्चों सहित हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।
- हरित और पर्यावरण-अनुकूल स्कूल: पीएम एसएचआरआई स्कूलों का लक्ष्य नवीकरणीय ऊर्जा, वर्षा जल संचयन और अन्य हरित पहलों को बढ़ावा देकर पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ होना भी होगा।
- शिक्षक प्रशिक्षण और सहायता: इन स्कूलों में शिक्षकों को यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रशिक्षण प्राप्त होगा कि वे एनईपी लक्ष्यों के अनुरूप नई शिक्षण पद्धतियों को लागू करने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित हैं।